DAP Rates: नए साल पर किसानों को मिलेगा बड़ा झटका, डीएपी पर ₹240 की बढ़ोतरी, जानें बड़ी अपडेट
DAP Rates: Farmers will get a big shock on the new year, ₹ 240 increase on DAP, know the big update
DAP Price Today: भारत सरकार हर साल उर्वरकों पर भारी सब्सिडी प्रदान करती है जो किसानों के लिए कृषि उत्पादन की लागत को नियंत्रित करने में मदद करती है। खासकर यूरिया पर दी जाने वाली सब्सिडी किसानों के लिए बड़ी राहत साबित होती है। लेकिन2025 के शुरुआत में सरकार ने उर्वरकों की कीमतों में वृद्धि करने का निर्णय लिया है जो किसानों के लिए एक नया आर्थिक संकट पैदा कर सकता है। इस वृद्धि का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे माल की कीमतों में तेजी से हुई बढ़ोतरी बताया जा रहा है। 1 जनवरी 2025 से डाई-अमोनियम फॉस्फेट (DAP) और अन्य जटिल उर्वरकों की कीमतों में बदलाव आएगा।
DAP की कीमतों में भारी बढ़ोतरी
उर्वरकों की नई कीमतों के मुताबिक डाई-अमोनियम फॉस्फेट (DAP) की कीमत में ₹240 की बढ़ोतरी की जाएगी। वर्तमान में ₹1350 प्रति बोरी बिकने वाली DAP की कीमत अब ₹1590 प्रति बोरी हो जाएगी। यह वृद्धि लगभग 12 से 15 प्रतिशत के बीच हो सकती है। DAP, यूरिया के बाद भारत में सबसे अधिक खपत वाला उर्वरक है जिसका उपयोग रबी और खरीफ दोनों सीजन की फसलों में किया जाता है। इस उर्वरक की बढ़ी हुई कीमतें उन किसानों के लिए कठिनाई पैदा कर सकती हैं जो पहले ही कृषि उत्पादन की बढ़ती लागत और बाजार में फसल के दामों की अनिश्चितता से जूझ रहे हैं।
यूरिया और अन्य उर्वरकों की स्थिति
यूरिया की कीमतों में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है लेकिन अन्य जटिल उर्वरकों की कीमतों में भी वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। सरकार ने कंपनियों को इन उर्वरकों की कीमतें बढ़ाने की अनुमति दी है जिससे भविष्य में उर्वरक बाजार में और बदलाव आ सकते हैं। यूरिया जो भारत में सबसे ज्यादा खपत वाला उर्वरक है की 45 किलोग्राम की बोरी फिलहाल ₹266.50 में उपलब्ध है जबकि असल कीमत ₹2236.37 है। यह अंतर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के कारण होता है। अगर सरकार सब्सिडी हटाती है तो किसानों को यूरिया की बोरी के लिए 739% अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी।
DAP पर सरकार की सब्सिडी जारी रखने का आश्वासन
यूरिया के साथ-साथ सरकार DAP पर भी सब्सिडी प्रदान करती है। हालांकि 1 जनवरी 2025 से DAP की कीमतें बढ़ाने का निर्णय लिया गया है सरकार ने आश्वासन दिया है कि DAP पर सब्सिडी जारी रहेगी। यह सुनिश्चित करता है कि किसानों को इस बढ़ोतरी के बावजूद कुछ राहत मिलेगी। DAP, यूरिया के बाद देश का दूसरा सबसे ज्यादा खपत वाला उर्वरक है और किसानों के लिए यह महत्वपूर्ण है। इसकी सब्सिडी के कारण किसानों को इसे सस्ते दामों पर खरीदने में मदद मिलती है जिससे उनकी उत्पादन लागत कम होती है और फसल की पैदावार में वृद्धि होती है।
अन्य उर्वरकों की कीमतों में भी वृद्धि
1 जनवरी 2025 से अन्य उर्वरकों की कीमतों में भी वृद्धि की जाएगी। इसमें प्रमुख बदलाव इस प्रकार हैं:
टीएसपी (ट्रिपल सुपर फॉस्फेट) 46%: इसकी 50 किलो बोरी की कीमत ₹1300 से बढ़कर ₹1350 हो जाएगी जो ₹50 की वृद्धि है।
एनपीके 10-26-26 खाद: इसकी 50 किलो बोरी की कीमत ₹1470 से बढ़कर ₹1725 हो जाएगी, जो ₹255 की बढ़ोतरी है।
एनपीके 12-32-16 खाद: इसी तरह, इस उर्वरक की 50 किलो बोरी की कीमत ₹1470 से बढ़कर ₹1725 हो जाएगी, जिसमें ₹255 का इजाफा होगा।
इन उर्वरकों की कीमतों में वृद्धि से किसानों पर और अधिक दबाव बढ़ेगा खासकर उन किसानों के लिए जो पहले ही उच्च लागत और उत्पादन में कम लाभ से परेशान हैं। हालांकि इन उर्वरकों के निर्माता कंपनियों को कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि के कारण इसका फायदा होगा क्योंकि इनकी कीमतों में बढ़ोतरी का असर सीधे किसानों पर पड़ने वाला है।
फर्टिलाइजर कंपनियों के शेयरों में उछाल
DAP की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद फर्टिलाइजर कंपनियों के शेयरों में भी तेजी आई है। 19 दिसंबर को नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड (एनएफएल) के शेयरों में 5% और राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर (आरसीएफ) के शेयरों में 4% से अधिक की वृद्धि देखी गई। इसके अलावा FACT, GSFC, मद्रास फर्टिलाइजर, दीपक फर्टिलाइजर और चंबल फर्टिलाइजर जैसी कंपनियों के शेयरों में भी तेजी रही। विशेषज्ञों का मानना है कि DAP की कीमतों में बढ़ोतरी से इन कंपनियों के मुनाफे में वृद्धि हो सकती है क्योंकि अब कच्चे माल की बढ़ती कीमतों का बोझ किसानों पर डाल दिया जाएगा।